बिस्टुपुर नरभेराम स्कूल में राजेश्वरी मोदी ने बताया आजीवन खुश रहने का मंत्र

 

आपकी बुराई करने वालों की नकारात्मकता को सकारात्मकता में बदले – राज दीदी

 

जमशेदपुर : बिस्टुपुर स्थित नरभेराम हंसराज इंग्लिश स्कूल परिसर स्थित कुसुम कमानी ऑडिटोरियम में रविवार को सामाजिक संस्था नारायण रेकी सत्संग परिवार (एनआरएसपी) टाटानगर की ओर से जीवन जीने का नया अंदाज (‘‘आजीवन खुश रहने का मंत्र‘‘) कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसकी मुख्य वक्ता विश्व प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर रेकी ग्रैंड मास्टर नारी रत्न राजेश्वरी मोदी (गुरू मां राज दीदी) ने लगभग ढाई घंटे तक प्रशंसा, प्रेरणा व प्रोत्साहन से पाएं सुख, शांति, समृद्धि से संबंधित सकारात्मकता से भरे अपने विचार विस्तार से कई प्रसंग सुनाते हुए व्यक्त किए। इस दौरान उन्होंने कहा कि जीवन दो जोन में बंटा है। ए यानि सकारात्मकता और बी यानि नकारात्मकता। उन्होंने दोनों जोन के बारे में कहानियों के माध्यम से समझाया। राज दीदी ने घर के सदस्यों सास-बहू और जेठानी-देवरानी से लेकर दोस्तों के बीच की नकारात्मकता को दूर करने की चर्चा की। उन्होंने जीवन जीने के मंत्र के 5 सूत्र भी सबसे साझा किये। उन्होंने कहा कि यदि कोई आपकी बुराई करें तो उसे नजर अंदाज करें। उसकी नकारात्मकता को सकारात्मकता में बदले। राज दीदी ने आगे कहा कि हर व्यक्ति के जुबान पर मां सरस्वती विराजमान है। विचार, वाणी और व्यवहार की शुद्धता ही बेहतर जीवन का निर्माण करती हैं। आपके कार्य को कोई क्रेडिट दे या नहीं दे, आप अपना सर्वाेत्तम देना जारी रखे। हर्ट न हों क्योंकि हर्ट सबसे निम्न तर की ऊर्जा है और जो आपके जीवन में आते हुए सुख, शांति, समृद्धि को रोकती है। हमें हमेशा शुभ और सकारात्मक बातें करनी चाहिए। किसी भी मनुष्य को अपशब्द और नकारात्मक बातें नहीं करनी चाहिए। तोल मोलकर बोले व शब्दों की शक्ति को पहचाने। ऐसा नहीं बोले जिससे किसी को तकलीफ हो। उन्होंने कहा कि जो दूसरों को देंगें और वही आपको वापस मिलेगा। किसी को हर्ट करेंगें तो हर्ट होगें और तब हर्ट हो तो आत्मचिंतन करें। राजेश्वरी मोदी ने कहा कि जीवन की भाग दौड़ व तेज गति में किसी का भी हक ना लें। अपने निर्मल मन व सहज स्वभाव से जीवन को आसान बनाया जा सकता है। अनेक प्रश्नों के उत्तर में उन्होंने कहा कि स्नेह सब पर खूब बरसायें। स्नेह व समर्पण से हम लोगों का विश्वास जीतते है और जो हमे जीवन पर्यंत खुशियां देता है। मौके पर संस्था की टाटानगर सेंटर हेड उमा अग्रवाल एवं प्रीति अग्रवाल (सुल्तानिया) ने बताया कि एनआरएसपी लगातार सतयुग लाने के लिए काम कर रहा है। जहां लोग विचारों, शब्दों और कर्मों में सकारात्मक हैं। एनआरएसपी का मानना है कि अच्छे स्वास्थ्य, धन, सुख, शांति और समृद्धि से भरपूर एक सफल जीवन के प्रबंधन, नेतृत्व और जीने में संबंध मुख्य बल हैं। राज दीदी ने कहा कि भारत वर्ष में लाखों लोगों का संस्था एनआरएसपी से जुड़कर उनके जीवन की गुणवत्ता में अभूतपूर्व परिवर्तन हुआ है। परिवर्तन व गुणवत्ता की यह प्रक्रिया भारत व दुनिया में एनआरएसपी के माध्यम से जारी है। इससे पहले गणेश वंदना गीत पर आधारित नृत्य एवं दीप प्रज्जवलित तथा राष्ट्र गान की प्रस्तुति के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। पता नहीं किस रूप में तुमको नारायण मिल जायें.. गीत पर आधारित छोटे-छोटे बच्चों ने सामूहिक नृत्य किया। राज दीदी संग श्रोताओं ने पूरी हो हमारी हर शुभ मनोकामना प्रार्थना की। संस्था की टाटानगर सेंटर हेड उमा अग्रवाल और प्रीति अग्रवाल ने राज दीदी को फूलों का गुलदस्ता और अंग वस्त्र देकर स्वागत किया। गुरू मां राज दीदी को मोर पंख की छांव में कार्यक्रम स्थल तक लाया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में उमा अग्रवाल, प्रीति सुल्तानिया, स्मिता मूनका, सरिता अग्रवाल, लक्ष्मी भरतिया, पिंकी सिंह, आशा चौधरी, प्रीति अग्रवाल समेत अन्य का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

Related posts